एकादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित होती है। पुराणों में इसे हरि वासर या हरि दिन के नाम से भी जाना जाता है। पूरे साल में 24 दिन एकादशी व्रत किया जाता है। एकादशी तिथि माह में दो बार (कृष्ण पक्ष की एकादशी और शुक्ल पक्ष की एकादशी) आती है। लेकिन इस साल 25 एकादशी रहेंगी। अधिक मास आ जाने के कारण ऐसा हो रहा है। वहीं 25 दिसंबर को 25 वीं एकादशी का व्रत किया जाएगा।
- इस महीने साल की पहली एकादशी पौष माह के शुक्लपक्ष की पुत्रदा एकादशी थी। ये व्रत 6 जनवरी को किया गया था। उसके बाद अब 20 जनवरी सोमवार को माघ मास के कृष्णपक्ष की षटतिला एकादशी का व्रत किया जाएगा। इस दिन तिल के 6 तरह का उपयोग करने से पुराणों में इसे षटतिला नाम दिया गया है।
हर महीने 2 एकादशी, लेकिन जुलाई में रहेंगी 3 एकादशी -
जनवरी
पुत्रदा एकादशी 6 जनवरी
षटतिला एकादशी 20 जनवरी
फरवरी
जया एकादशी 5 फरवरी
विजया एकादशी 19 फरवरी
मार्च
आमलकी एकादशी 6 मार्च
पापमोचिनी एकादशी 19 मार्च
अप्रैल
कामदा एकादशी 4 अप्रैल
वरुथिनी एकादशी 18 अप्रैल
मई
मोहिनी एकादशी 4 मई
अपरा एकादशी 18 मई
जून
निर्जला एकादशी 2 जून
योगिनी एकादशी 17 जून
जुलाई
देवशयनी एकादशी 1 जुलाई
कामिका एकादशी 16 जुलाई
श्रावण पुत्रदा एकादशी 30 जुलाई
अगस्त
अजा एकादशी 15 अगस्त
परिवर्तिनी एकादशी 29 अगस्त
सितंबर
इंदिरा एकादशी 13 सितंबर
पद्मिनी एकादशी 27 सितंबर
अक्टूबर
परम एकादशी 13 अक्टूबर
पापांकुशा एकादशी 27 अक्टूबर
नवंबर
रमा एकादशी 11 नवंबर
देव उठनी एकादशी 25 नवंबर
दिसंबर
उत्पन्ना एकादशी 11 दिसंबर
मोक्षदा एकादशी 25 दिसंबर